Andhra Pradesh Election Results 2019 : मोदी लहर में भी चला जगनमोहन रेड्डी का जादू, बीजेपी का नहीं खुला खाता

आन्ध्र प्रदेश भारत में क्षेत्रफल के हिसाब से देश का चौथा सबसे बड़ा राज्य है. अगर बात करें यहां की जनसंख्या की तो उसके मुताबिक ये राज्या देश का आठवां सबसे बड़ा राज्य है. राज्य में कुल 25 लोकसभा सीट हैं

ABP News Bureau Last Updated: 24 May 2019 12:32 AM
पूरे देश में मोदी लहर के बावजूद आंध्र प्रदेश में बीजेपी शाम 4 बजे तक अपना खाता भी नहीं खोल पाई है और जगमोहन रेड्डी की पार्टी YSRCP ने 25 में से 23 सीटों पर बढ़त बनाई हुई है.
पूरे देश में लोकसभा चुनावों में मोदी लहर के बावजूद आंध्र प्रदेश में उनका जादू नाकामयाब होता दिख रहा है. आंध्र की जनता ने YSRCP पर भरोसा जताया है. कुल 25 लोकसभा सीटों में से 23 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है.
शुरुआती रुझानों में जगनमोहन रेड्डी 14 सीट पर आगे, पिछड़ रही है टीडीपी. अभी तक टीडीपी के खाते में मात्र 4 सीटें दिख रही है.
आंध्र प्रदेश में जगमोहन रेड्डी ने मोदी लहर के बावजूद शानदार प्रदर्शन किया है. उनकी पार्टी YSRCP ने 22 सीटों पर बढ़त हासिल की है. वहीं, तेलुगु देसम पार्टी ने तीन सीटों पर बढ़त हासिल की.
आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस 19 सीटों पर आगे. टीडीपी और जनसेना के खाते में 1-1 सीटें. नहीं खुला है बीजेपी कांग्रेस का खाता.
आंध्र प्रदेश में वाईएसआर 10 सीटों पर आगे तो टीडीपी 2 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. राज्य में कुल 25 लोकसभा सीटें हैं.
साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में जहां टीडीपी ने सबसे ज्यादा सीटें जीतकर केंद्र की सरकार को समर्थन दिया था. वहीं वाईएसआर के खाते में 4 सीटें गई थीं.
175 विधायकों वाले इस प्रदेश में 125 सीटें टीडीपी के पास है, तो वहीं वाईएसआर के पास 46 सीटें हैं. बीजेपी पिछले विधानसभा चुनाव में यहां 4 सीटें जीतने में कामयाब रही थी.
राज्य में मुख्य रूप से चार पार्टियां चुनावी मैदान में हैं. जिसमें दो पार्टियां राष्ट्रीय और दो पार्टियां क्षेत्रीय हैं. राष्ट्रीय पार्टियों में कांग्रेस और बीजेपी चुनावी मैदान में है तो वहीं क्षेत्रिय पार्टियों में तेलगुदेशम पार्टी और वाइएस कांग्रेस चुनावी मैदान में हैं.
17वीं लोकसभा की 543 सीटों में से 542 सीटों पर चुनाव के लिए मतदान हुए. आंध्र प्रदेश में दो बड़ी पार्टियां में जिसमें तेलुगु देशम पार्टी और वाईएसआर शामिल है.

Background

हैदराबादः दक्षिण-पूर्वी तट पर स्थित आन्ध्र प्रदेश भारत में क्षेत्रफल के हिसाब से देश का चौथा सबसे बड़ा राज्य है. अगर बात करें यहां की जनसंख्या की तो उसके मुताबिक ये राज्या देश का आठवां सबसे बड़ा राज्य है. राज्य में कुल 25 लोकसभा सीट हैं. तेलगू भाषी इस प्रदेश में कुल 13 जिले हैं.


 


राज्य में मुख्य रूप से चार पार्टियां चुनावी मैदान में हैं. जिसमें दो पार्टियां राष्ट्रीय और दो पार्टियां क्षेत्रीय हैं. राष्ट्रीय पार्टियों में कांग्रेस और बीजेपी चुनावी मैदान में है तो वहीं क्षेत्रिय पार्टियों में तेलगुदेशम पार्टी और वाइएस कांग्रेस चुनावी मैदान में हैं. इनके अलावा कई और पार्टियों ने भी चुनावी मैदान में अपने उम्मीदवारों को उतारा है.


 


राज्य के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू एक बार फिर सत्ता में लौटने की कोशिश में हैं, तो वहीं ज्यादा से ज्यादा लोकसभा सीट जीतकर केंद्र की सरकार में भी अहम भूमिका निभाना चाहते हैं. यही कारण है कि नतीजों से पहले कई पार्टी के नेताओं के साथ लगातार बैठक कर रहे हैं. केंद्र में मोदी-शाह की जोड़ी को रोकने के लिए नायडू पुरजोर कोशिश में लगे हुए हैं.


 


साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में जहां टीडीपी ने सबसे ज्यादा सीटें जीतकर केंद्र की सरकार को समर्थन दिया था. वहीं वाईएसआर के खाते में 4 सीटें गई थीं.


 


175 विधायकों वाले इस प्रदेश में 125 सीटें टीडीपी के पास है, तो वहीं वाईएसआर के पास 46 सीटें हैं. बीजेपी पिछले विधानसभा चुनाव में यहां 4 सीटें जीतने में कामयाब रही थी. पिछले विधानसभा में कांग्रेस खाता नहीं खोल पाई थी.


 


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